Mahakumbh 2025 महाकुंभ की तैयारियों के लिए सरकारी महकमा पूरे जी जान से जुटा है। कानपुर रेलवे सेंट्रल के अधिकारी भी कोई कसर नहीं छोड़ना चाहते हैं। गोविंदपुरी रेलवे स्टेशन पर 50 हजार से अधिक यात्रियों के एक जगह रुकने का स्थान मिलने से सहमति भी बन गई है। इसके अलावा 50 ट्रेनों के ठहराव पर भी सहमति बनी है।
महाकुंभ-2025 में संगम तट पर स्नान के लिए जाने वाले श्रद्धालुओं को लेकर रेलवे लगातार व्यवस्थाएं दुरुस्त करने में जुटा है। सेंट्रल स्टेशन के हर प्लेटफार्म पर यात्री सुविधाओं के बाद गोविंदपुरी रेलवे स्टेशन को विकल्प के रूप में तैयार किया जा रहा है। यहां हाल ही में ट्रेनों के वाशिंग एप्रन को लेकर हुए काम के बाद अब पानी भरने की सुविधा भी शुरू हो गई है। इसलिए यहां पर आश्रय स्थल (होल्डिंग एरिया) बनाने पर काम शुरू हुआ है।
सर्वे के साथ 50 हजार से अधिक यात्रियों के एक जगह रुकने का स्थान मिलने से सहमति भी बन गई है। जनवरी तक वर्तमान 28 ट्रेनों के साथ ही गोविंदपुरी में महाकुंभ विशेष समेत 50 ट्रेनों के ठहराव पर सहमति बनी है। प्रदेश की योगी सरकार ने इस बार महाकुंभ के लिए विशिष्ट इंतजाम किए हैं। इसलिए आकर्षण बढ़ा है।
कानपुर सेंट्रल के रास्ते शहर व आसपास जिलों से सवा लाख से अधिक श्रद्धालु प्रतिदिन महाकुंभ के लिए प्रयागराज जाएंगे। अब तक के सर्वेक्षण में ऐसी रिपोर्ट रेलवे को मिली है। इसी आधार पर सेंट्रल स्टेशन में सुरक्षा को लेकर दूसरे इंतजाम किए गए हैं। अब रेलवे अधिकारियों ने गोविंदपुरी स्टेशन को ऐसे विकल्प के रूप में तैयार करने पर काम शुरू किया है, जिससे अधिकांश महाकुंभ विशेष ट्रेनें यहां से गुजारी जा सकें।
ठहराव के साथ ही ट्रेनों में पानी भरने, धुलाई की व्यवस्था रहेगी। श्रद्धालुओं के लिए ट्रेन आने से पहले रुकने की व्यवस्था के लिए आश्रय स्थल बनेगा, जहां अपनी ट्रेन से पहले यात्री इंतजार कर सकेंगे। इससे प्लेटफार्म पर भीड़ भी नहीं होगी और यात्रा भी आसान हो जाएगी।
गोविंदपुरी स्टेशन पर ही नई रैक भी तैयार रहेंगी। यहां पर श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ने पर तत्काल ही आठ से 12 कोच तक की नई ट्रेनों को रवाना किया जाएगा। इससे सेंट्रल स्टेशन पर ट्रेनों की मारामारी भी घटेगी। भीड़ कम होने से दूसरी ट्रेनों के यात्रियों को सहूलियत मिलेगी।
रेलवे ने इस बार महाकुंभ में आश्रय स्थल बनाने के लिए अलग-अलग रंग के टिकट भी तैयार किए हैं। इसमें हरे, लाल, नीले व पीले रंग के टिकट के अनुसार ही प्रयागराज में पहुंचने के बाद आश्रय स्थल पर श्रद्धालु जाएंगे। ऐसे ही गोविंदपुरी के आश्रय स्थल पर ट्रेनों के अनुसार यात्रियों को पहले ही व्यवस्थित कर लिया जाएगा। ट्रेन आते ही उन्हें भेजा जाएगासेंट्रल स्टेशन में नियमित ट्रेनों के परिचालन में समस्या नहीं, भीड़ कम।
नई ट्रेन चलाने में गोविंदपुरी स्टेशन अब मुफीद है, जिससे समस्या नहीं।
जीएमसी आरपीएफ पोस्ट व जीआरपी के माध्यम से पर्याप्त सुरक्षा इंतजाम।
गोविंदपुरी स्टेशन को आश्रय स्थल के रूप में प्रयोग किए जाने से सेंट्रल स्टेशन का लोड कम होगा। यात्रियों को भी आवाजाही में आसानी रहेगी।
कानपुर सेंट्रल के सहायक वाणिज्य प्रबंधक संतोष कुमार त्रिपाठी ने बताया कि गोविंदपुरी के साथ ही सेंट्रल स्टेशन पर भी कैंट साइड में यात्रियों के लिए पूरे इंतजाम रहेंगे। सिटी साइड में मेट्रो के काम कारण कुछ परेशानी हैं। उन्हें भी दूर कराकर श्रद्धालुओं के लिए सुविधाएं देंगे।