देहरादून। उत्तराखंड में फायर सीजन 15 फरवरी से शुरू होने के साथ ही वन विभाग की चुनौतियां भी बढ़ गई हैं। फिलहाल स्थिति ये है कि अप्रैल का महीना आते ही तापमान में बढ़ोत्तरी होने लगी है, जिससे वनग्नि का खतरा बढ़ गया है। वही
देहरादून।
उत्तराखंड में फायर सीजन 15 फरवरी से शुरू होने के साथ ही वन विभाग की चुनौतियां भी बढ़ गई हैं। फिलहाल स्थिति ये है कि अप्रैल का महीना आते ही तापमान में बढ़ोत्तरी होने लगी है, जिससे वनग्नि का खतरा बढ़ गया है। वही बुधवार को हुई झमाझम बारिश से आने वाले दिनों में जंगलों की आग से राज्य में राहत मिलने की उम्मीद है। ऐसे में मौसम विभाग की भविष्यवाणी ने वन महकमे को राहत की सांस लेने का मौका दिया है। आपको बता दे कि मौसम विभाग की भविष्यवाणी के कारण वन महकमा कुछ राहत की सांस लेता हुआ दिखाई दे रहा है। वही बारिश के बाद उम्मीद की जा रही है कि आने वाले कुछ दिनों में राज्य भर के कई इलाके बारिश से प्रभावित रहेंगे. इसके कारण जंगलों में आग का खतरा कम हो जाएगा. हालांकि वन विभाग फायर सीजन होने के चलते अलर्ट मोड पर है. फायर अलर्ट को लेकर फौरन रिस्पांस दिए जाने के प्रयास किए जा रहे हैं, ताकि आग को फैलने से बचाया जा सके और इसे आसानी से बुझाया जा सके।
अभी तक इतनी हुई घटनाएं- राज्य में 80 आग लगने की घटनाएं हो चुकी हैं. इस आग से राज्य के 98.62 हेक्टेयर जंगल प्रभावित हुए हैं. हालांकि 2024 और 2023 के मुकाबले राज्य में इस बार आग लगने की घटनाएं आधी ही रिकॉर्ड की गई हैं। वही अब मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में बारिश की भविष्यवाणी करते हुए वन विभाग को बड़ी राहत दी है। वही वन विभाग पहले ही फॉरेस्ट फायर को लेकर अलर्ट है और सभी जरूरी दिशा निर्देश भी विभाग में सभी कर्मचारियों और अधिकारियों को जारी कर दिए गए।











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