देहरादून उत्तराखंड में आगामी विधानसभा के चुनावों के लिए सभी दलों ने ताल ठोक दी है। और अपने दल को जनता का सबसे बड़ा हितैसी बता रहें हैं तो वहीं जनता के विश्वास के साथ साथ भगवान का अश्रीवाद मिल जाये तो फिर समझो सत्ता
देहरादून
उत्तराखंड में आगामी विधानसभा के चुनावों के लिए सभी दलों ने ताल ठोक दी है। और अपने दल को जनता का सबसे बड़ा हितैसी बता रहें हैं तो वहीं जनता के विश्वास के साथ साथ भगवान का अश्रीवाद मिल जाये तो फिर समझो सत्ता मिल गई। इसके लिए भगवान के दर पर माथा टेककर भगवान से भी उन्हें एक बार जिताने की गुहार लगा रहे हैं। जी हाँ अब भगवान् ही इनकी राजनीतिक नय्या पार लगा सकते हैं, ऐसा इन नेताओं का मानना है। अब आपको बता देते हैं कि कौन उत्तराखंड का बड़ा नेता भगवान के दर पर गुहार लगा रहा है कि बस एक बार जीता दो और मुझे मुख्यमंत्री बना दो।
वो हैं पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत जोकि बीते 26 अक्टूबर को बाबा केदारनाथ के दर्शन करने गए थे। केदारनाथ के दर्शन कर हरीश रावत ने मुख्यमंत्री बनने का आशीर्वाद मांगा है। जी हां, बुधवार को पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने सोशल मीडिया पर बयान जारी करते हुए कहा कि पत्रकार बंधु मुझसे पूछ रहे हैं कि मैंने केदारनाथ जी से क्या मांगा, उनकी उत्सुकता है कि मैंने 2022 में विजय का आशीर्वाद मांगा होगा। साथ सही बात है, मैंने विजय का अश्रीवाद माँगा और साथ साथ मैंने भगवान केदारनाथ जी से यह भी प्रार्थना की कि केदार बाबा मैं 2014 से 2017 के कुछ समय तक अपने कार्यकाल के दौरान जो कुछ उत्तराखंड के लिए कर पाया वो कई क्षेत्रों में अभूतपूर्व था। लिहाजा वो इस बार पहले से और अच्छा काम कर सके, इसीलिये उन्हें मुख्यमंत्री बनने का आशीर्वाद दीजिए। यदि मैं अपनी परफॉर्मेंस को दोहराकर के उसमें सुधार न कर सकूँ तो फिर सबकी चाहत हरीश रावत ही बने रहने दीजियेगा, मेरे लिए वही आशीर्वाद काफी होगा। यही नहीं उन्होंने आगे लिखा कि मैं एक राजनैतिक नृतक हूँ अवसर मिलेगा तो नृत्य करना मेरा स्वभाव है और हर नृत्य केदार बाबा आपको समर्पित होता है। आपका आशीर्वाद रहेगा तो मैं हर उस भूमिका में बेहतर करने की कोशिश करूंगा जो भूमिका आपकी कृपा से मुझे प्राप्त होगी।
मैंने स्कूल मैनेजमेंट कमेटी से लेकर ब्लॉक प्रमुख, युवक कांग्रेस व कांग्रेस के जिलाध्यक्ष, सांसद, युवक कांग्रेस व कांग्रेस के महामंत्री, सेवादल व मजदूर संगठनों के राष्ट्रीय अध्यक्ष, राज्यसभा सदस्य, केंद्रीय राज्य मंत्री, मंत्री, प्रदेश अध्यक्ष और प्रदेश के मुख्यमंत्री के तौर पर हर बार अच्छा काम किया है, ए. आई.सी.सी. के जनरल सेक्रेटरी के तौर पर भी मेरे नेतृत्व ने मेरे काम की प्रशंसा की है। और इस बार फिर मेरा इम्तिहान है, इस इम्तिहान में मैं तभी पास होना चाहूंगा जब मैं राज्य के मुख्यमंत्री के तौर पर अपने पहले के कार्यकाल से और अच्छा काम कर सकूं अन्यथा प्रभु आपने जो कुछ दे दिया है, वह भी मेरी योग्यता से अधिक है, मैं उसी को लेकर संतुष्ट हूँ। मुझे अब पद केवल पद के लिए नहीं चाहिए, कुछ ऐसा कर दिखाने के लिए चाहिए ताकि मैं आगे आने वाले लोगों के लिए जनसेवा और विकास का एक उच्च मापदंड स्थापित कर सकूं।











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