नई शिक्षा नीति…अब हिंदी में भी MBA की पढ़ाई कर सकेंगे छात्र, जानिए कैसे तैयार हुआ पाठ्यक्रम? छात्र अब हिंदी के साथ ही उड़िया भाषा में भी एमबीए की पढ़ाई कर सकेंगे। शीघ्र ही दोनों भाषाओं में पाठ्यक्रम उपलब्ध होगा। इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय
नई शिक्षा नीति…अब हिंदी में भी MBA की पढ़ाई कर सकेंगे छात्र, जानिए कैसे तैयार हुआ पाठ्यक्रम?
छात्र अब हिंदी के साथ ही उड़िया भाषा में भी एमबीए की पढ़ाई कर सकेंगे। शीघ्र ही दोनों भाषाओं में पाठ्यक्रम उपलब्ध होगा।
इग्नू के क्षेत्रीय सेंटर देहरादून के निदेशक डॉ. अनिल कुमार डिमरी ने कहा कि विवि का उद्देश्य भाषा संबंधी बाधाओं को हटाकर विविध भाषाई पृष्ठभूमियों से आने वाले छात्रों को उनकी पसंदीदा भाषा में व्यावसायिक शिक्षा प्रदान करना है। इसी के तहत यह पहल की गई है। बताया कि छात्र अब हिंदी के साथ ही उड़िया भाषा में भी एमबीए की पढ़ाई कर सकेंगे।
शीघ्र ही दोनों भाषाओं में पाठ्यक्रम उपलब्ध होगा। दोनों भाषा में शुरू किए गए इस पाठ्यक्रम में वही गुणवत्ता और मूल्यांकन प्रणाली लागू होगी, जो अंग्रेजी पाठ्यक्रम में होती है। इससे यह सुनिश्चित होगा कि सभी छात्रों को समान स्तर की शिक्षा मिले, चाहे वे किसी भी भाषा में पढ़ाई करें
कैसे तैयार हुआ पाठ्यक्रम?
डॉ. डिमरी ने बताया कि अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) और इग्नू के संयुक्त प्रयास से हिंदी और उड़िया में एमबीए पाठ्यक्रम तैयार किया गया है। इसमें एआईसीटीई के एआई आधारित अनुवाद टूल अनुवादिनी की मदद से अंग्रेजी पाठ्यक्रम सामग्री का क्षेत्रीय भाषाओं में रूपांतरण किया गया।
यह पहल उन छात्रों के लिए है जो अपनी मातृभाषा में पढ़ाई करना चाहते हैं। उन्होंने बताया कि अब तमिल, तेलुगु, कन्नड़, पंजाबी, बंगाली, मराठी, गुजराती, मलयालम, उर्दू और असमिया में भी एमबीए कोर्स शुरू करने की तैयारी चल रही है।











Leave a Comment
Your email address will not be published. Required fields are marked with *