देहरादून प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देहरादून परेड ग्राउण्ड में एक विशाल जनसभा को संबोधित किया और 18 लगभग हजार करोड़ की 18 योजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया। जिसमें 2573 करोड़ की 07 योजनाओं का लोकार्पण एवं 15626 करोड़ के 11 शिलान्यास शामिल हैं। प्रधानमंत्री
देहरादून
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देहरादून परेड ग्राउण्ड में एक विशाल जनसभा को संबोधित किया और 18 लगभग हजार करोड़ की 18 योजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया। जिसमें 2573 करोड़ की 07 योजनाओं का लोकार्पण एवं 15626 करोड़ के 11 शिलान्यास शामिल हैं। प्रधानमंत्री ने एन.एच.ए.आई. द्वारा संचालित योजनाओं के साथ ही अन्य योजनाओं पर आधारित प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया। प्रधानमंत्री द्वारा अपने प्रारम्भिक संबोधन में प्रदेशवासियों का गढ़वाली में आभार व्यक्त करने तथा सम्बोधन के अंत में देवभूमि उत्तराखण्ड के महत्व पर आधारित कविता ‘‘जहाँ पावन बहे संकल्प लिए जहाँ पर्वत गर्व सिखाते हैं से किया। जिसे जनता द्वारा काफी सराहा गया। अपने संबोधन के दौरान प्रधानमंत्री ने डबल इंजन सरकार द्वारा किए जा रहे विकास कार्यों को बताते हुए आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर चुनावी शंखनाद कर दिया है। प्रधानमंत्री के आज की जनसभा के बाद 24 दिसंबर को कुमाऊं में भी जनसभा की सम्भावना है।
लोकार्पण
व्यासी हाइड्रोइलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट, देहरादून 120 मेगावाट(लागत रूपये 1,777 करोड़)
देवप्रयाग से श्रीकोट एनएच-58 में 38 किमी. सड़क का चौड़ीकरण का कार्य (लागत रूपये 257 करोड़)
ब्रहमपुरी से कौड़ियाला एनएच-58 में 33 किमी. का सड़क चौड़ीकरण एवं डक्ट निर्माण का कार्य(लगभग 248 करोड़)
लामबगड़ एनएच- 58 में 500 मीटर भूस्खलन शमन का कार्य (लागत रूपये 108 करोड़)
साकणीधार, श्रीनगर एवं देवप्रयाग एनएच-58 में 1.1 किमी. क्रोनिक भूस्खलन उपचार का कार्य (लागत रूपये 76 करोड़)
हिमालयन संस्कृति केन्द्र, देहरादून (लागत रूपये 67 करोड़)
स्टेट ऑफ आर्ट परफ्यूमरी एवं एरोमा लेबोरेटरी सेंटर फॉर एरोमेटिक प्लांट्स, देहरादून (लागत रूपये 40 करोड़)
शिलान्यास
दिल्ली- देहरादून इकोनोमिक कॉरिडोर-175 किमी. (लागत रूपये 8500 करोड़)
दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे से हरिद्वार- 51 किमी.(लागत रूपये 2100 करोड़)
देहरादून-पांवटा साहिबः पांवटा साहिब से बल्लूपुर चौक- 50 किमी. (लागत रूपये 1,695 करोड़)
मनोहरपुर से कांगड़ी 4 लेन में 15 किमी. हरिद्वार रिंग रोड़ का निर्माण (लागत रूपये 1,560 करोड़)
जल आपूर्ति, सड़क एवं जल निकासी प्रणाली का विकास, देहरादून (लागत रूपये 724 करोड़),
मेडिकल कॉलेज, हरिद्वार (लागत रूपये 538 करोड़)
श्री बद्रीनाथ धाम में विकास कार्य (लागत रूपये 220 करोड़)
नजीबाबाद से कोटद्वार एनएच-119 में 15 किमी. का सड़क चौड़ीकरण (लागत रूपये 108 करोड़)
लक्ष्मण झूला सेतु के समीप गंगा नदी पर 132 मीटर का पुल निर्माण (लागत रूपये 69 करोड़)
चाइल्ड फ्रेंडली सिटी प्रोजेक्ट, देहरादून (लागत रूपये 58 करोड़)
श्री गंगोत्री-यमुनोत्री धाम में विकास कार्य (लागत रूपये 54 करोड़)
इस अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि उत्तराखण्ड पूरे देश की आस्था ही नहीं कर्म की भी भूमि है। हमारे लिए उत्तराखण्ड तप और तपस्या का मार्ग है। उन्होंने कहा कि आज जिन विभिन्न योजनाओं का शिलान्यास एवं लोकार्पण हुआ है वे योजनायें इस दशक को उत्तराखण्ड का दशक बनाने में मद्दगार होंगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि इस शताब्दी के शुरूआत में पूर्व प्रधानमंत्री अटल विहारी बाजपेई ने देश में कनेक्टिविटी बढ़ाने का प्रयाय किया था, किन्तु उसके बाद की सरकार ने बहुमूल्य 10 साल बरबाद किये। आज देश में अवस्थापना विकास से संबंधित 100 लाख करोड़ की विभिन्न योजनाओं पर कार्य किया जा रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड में बड़ी संख्या में श्रद्धालु, उद्यमी, प्रकृति प्रेमी सैलानी आते हैं। देवभूमि का सामर्थ्य बढ़ाने के लिए अवस्थापना सुविधिओं के विकास पर अभूतपूर्व कार्य किया जा रहा है। चारधाम सड़क परियोजना के अन्तर्गत बद्रीनाथ जी की यात्रा में लामबगड़ लैण्डस्लाइड की रूकावटें दूर हो गयी हैं। आज यात्रा पहले से अधिक सुखद हो गयी है। गंगोत्री, यमनोत्री में भी अनेक योजनाओं पर कार्य शुरू हुआ है। प्रधानमंत्री ने कहा कि दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे के शिलान्यास से अब यात्रा समय आधा हो जायेगा। इससे देहरादून के साथ ही हरिद्वार, मुज्जफरनगर, सामली, मेरठ जाने वालों को भी सुविधा होगी तथा इससे आर्थिक विकास के द्वार भी खुलेंगे। हरिद्वार में रिंग रोड बनने से जाम की समस्या का भी समाधान होगा।
प्रधानमंत्री ने दिल्ली देहरादून एक्सप्रेसवे को पर्यावरण सुरक्षा के साथ विकास का मॉडल बताते हुए कहा कि यह औद्योगिक कोरिडोर के साथ ही एशिया का बड़ा वाइल्ड लाइफ कोरिडोर भी होगा। सुरक्षा के साथ जंगली जानवरों को आवाजाही में सुविधा होगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड के औषधीय गुणों वाले पादपों की उपयोगिता और मांग पूरी दुनियां में है। यहाँ स्थापित होने वाली आधुनिक इत्र और सगन्ध प्रयोगशाला राज्य के सामर्थ्य को ओर अधिक बढ़ावा देने वाला साबित होगा। उन्होंने कहा कि वर्तमान केन्द्र सरकार से पूर्ववर्ती सरकार द्वारा 7 साल में मात्र 288 किमी नेशनल हाईवे बनाये, जबकि हमारी सरकार ने 7 सालों में दो हजार किमी0 नेशनल हाईवे का निर्माण किया है। इसी प्रकार पूर्ववर्ती केन्द्र सरकार द्वारा जहाँ उत्तराखण्ड के विकास के लिए 7 साल में 600 करोड़ की धनराशि व्यय की जबकि हमारी सरकार अब तक 12 हजार करोड़ से अधिक व्यय कर चुकी है। प्रधानमंत्री ने कहा कि जल जीवन मिशन योजना पिछले दो साल में उत्तराखण्ड के 7.50 लाख घरों को नल से पानी उपलब्ध कराया गया है। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड में तीन नये मेडिकल कालेजों की स्थापना तथा एम्स के सेटलाइट सेन्टर की स्थापना से स्वास्थ्य सुविधाओं का विकास होगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि देश तभी मजबूत होगा जब हर परिवार मजबूत होगा। प्रधानमंत्री ने उत्तराखण्ड के पर्यटकों की सुविधा के दृष्टि से होम स्टे योजना को बढ़ावा देने पर बल देते हुए कहा कि इस संकल्प से उत्तराखण्ड देश को राह भी दिखा सकता है। इस अवसर पर राज्यपाल ले.ज.(से.नि.) गुरमीत सिंह, केन्द्रीय संसदीय कार्यमंत्री प्रहलाद जोशी, केन्द्रीय राज्यमंत्री अजय भट्ट, कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज, डॉ. हरक सिंह रावत, सुबोध उनियाल, रेखा आर्या, डॉ. धनसिंह रावत, पूर्व मुख्यमंत्री एवं सांसद डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक, तीरथ सिंह रावत, पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा, त्रिवेन्द्र सिंह रावत, सांसद अजय टम्टा, माला राज्यलक्ष्मी शाह, राज्य सभा सांसद अनिल बलूनी, नरेश बंसल, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक, मुख्य सचिव डॉ. एस. एस. संधू, विधायक, जिला पंचायत अध्यक्ष, अधिकारी एवं अन्य जन प्रतिनिधि उपस्थित थे।
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